केरल में आई बाढ़ की बड़ी वजह था जलवायु परिवर्तन : मौसम विभाग के डीजी ने NDTV से कहा

केरल में इस साल जून और जुलाई में भारी बारिश हुई जिसकी वजह से केरल के 35 बड़े जलाशय काफी भर गये थे.

केरल में आई बाढ़ की बड़ी वजह था जलवायु परिवर्तन : मौसम विभाग के डीजी ने NDTV से कहा

NDTV से बात करते मौसम विभाग के डीजी केजे रमेश

नई दिल्‍ली:

केरल में बाढ़ ने जो कहर बरपाया उसके पीछे बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन थी. एनडीटीवी से खास बातचीत में मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल के जे रमेश ने कहा है कि केरल में बाढ़ आपदा के पीछे बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन की वजह से होने वाली अप्रत्याशित बारिश थी. केरल में इस साल जून और जुलाई में भारी बारिश हुई जिसकी वजह से केरल के 35 बड़े जलाशय काफी भर गये थे. पिछले कुछ साल से राज्य में काफी सूखा पड़ा था इसलिए डैम्स में पानी ज़्यादा रखा गया. इसलिए 8 अगस्त से 10 अगस्त और फिर 14 अगस्त से 17 अगस्त के बीच जब दो बार भारी बारिश हुई तो जलाशयों में पानी रखने की जगह नहीं थी और डैम्स से पानी छोड़ना पड़ा. इसकी वजह से ही निचले इलाकों में फ्लैश फल्ड की स्थिति पैदा हो गयी और पूरे राज्य में आपदा के हालात पैदा हो गये.

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के जे रमेश ने एनडीटीवी से कहा, "केरल की बाढ़ क्लाइमेट चेंज का ही प्रभाव था. क्लाइमेट चेंज की वजह से विलयकारी मौसम से जुड़ी आपदा की घटनाएं देश में बढ़ी हैं और केरल में बाढ़ भी उसकी का नतीजा था." रमेश का मानना है कि केरल की बाढ़ के बाद अब ये आकलन करना बेहद ज़रूरी हो गया है कि बारिश की वजह से नदियों और जलाशयों में कितना पानी जमा होता है और अप्रत्याशित बारिश की स्थिति में जलाशयों से कितना पानी रिलिज़ किया जाए. उनके मुताबिक भारत को एक नए मॉडलिंग फ्रेमवर्क की ज़रूरत है जो हर राज्य में वहां की भौगोलिक स्थिति और नदियों कि दिशा और दशा के आधार पर तैयार किया जाए.

मौसम विभाग के डीजी कहते हैं ग्लोबल वार्मिंग 1.04 डिग्री हो गयी है और इसकी वजह से भारत में भारी बारिश की तीव्रता बढ़ती जा रही है. इसका असर भारी चक्रवात की घटनाओं पर भी पड़ा रहा है. पहले दुनिया में एक साल में औसतन 10 चक्रवात की घटनाएं रिकॉर्ड की जाती थीं जो अब ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बढ़कर औसतन 18 हो गयी हैं.

VIDEO: 'क्लाइमेट चेंज की वजह से केरल में बाढ़'


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