खास बातें
- सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने के लिए पाक सेना ने दीर्घकालीन तरकीब बनाई
- कम्युनिस्ट और वाम दलों का दो दिवसीय दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सम्मेलन
- सीपीपी की 1948 में कलकत्ता में हुई थी स्थापना
कोच्चि: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ पाकिस्तान (सीपीपी) ने कहा है कि पाकिस्तान में हजारों मदरसों में ‘इस्लाम के सऊदी ब्रांड’ के उपदेश से सैकड़ों की संख्या में ‘निर्मम आतंकवादी’ पैदा हो रहे हैं.
कोच्चि में हुए कम्युनिस्ट और वाम दलों के दो दिवसीय दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सम्मेलन में अपने एक संदेश के तहत सीपीपी की केंद्रीय समिति ने कहा कि समाज के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने के लिए पाकिस्तान में सेना ने दीर्घकालीन तरकीब बनाई है.
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कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (मार्क्सवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने सेमिनार के समापन दिवस पर आज संवाददाता सम्मेलन में सीपीपी के संदेश की एक प्रति बांटी.
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गौरतलब है कि सीपीपी की 1948 में कलकत्ता में स्थापना हुई थी और पाकिस्तान में इसकी नाममात्र मौजूदगी है. बेबी ने बताया कि सीपीपी के प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग नहीं ले पाए क्योंकि उन्हें भारतीय अधिकारियों ने वीजा देने से इनकार कर दिया.
(इनपुट भाषा से)