गुरमीत राम रहीम मामले पर योगेंद्र यादव बोले, 'अगर ये धर्म है तो अधर्म क्या है?'

योगेंद्र यादव ने अपने पोस्‍ट में लिखा, 'जब भी मैं डेरा सच्चा सौदा के बारे में सुनता हूँ, मुझे 20 अक्टूबर 2002 की याद आ जाती है. उस दिन मैं हरियाणा के शहर सिरसा में था, जो डेरे के मुख्यालय के नज़दीक है.'

गुरमीत राम रहीम मामले पर योगेंद्र यादव बोले, 'अगर ये धर्म है तो अधर्म क्या है?'

खास बातें

  • डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम रेप केस मे हैं आरोपी.
  • 28 अगस्त को सजा का ऐलान
  • 4 राज्यों के कुछ इलाकों में हुई हिंसा.
नई दिल्‍ली:

शुक्रवार को डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर लगे बलात्‍कार के अरोपों में उन्‍हें अदालत ने दोषी करार दे दिया है. इस मामले पर स्‍वराज पार्टी के संयोजक योगेंद्र यादव ने अपने फेसबुक पर इस मामले पर एक पोस्‍ट लिखकर प्रतिक्रिया दी है. योगेंद्र यादव ने बाबा राम रहीम पर आए इस फैसले के आने से पहले अपने फेसबुक पोस्‍ट में लिखा, 'जब भी मैं डेरा सच्चा सौदा के बारे में सुनता हूँ, मुझे 20 अक्टूबर, 2002 की याद आ जाती है. उस दिन मैं हरियाणा के शहर सिरसा में था, जो डेरे के मुख्यालय के नज़दीक है. मुझे वहां के अखबार "पूरा सच" के संपादक रामचंद्र छत्रपति जी ने "वैकल्पिक राजनीति और मीडिया की भूमिका" विषय पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया था.' योगेंद्र यादव ने अपनी इस पोस्‍ट में 'पूरा सच' के संपादक रामचंद्र छत्रपति की अचानक हुई हत्‍या पर भी बात कही है.

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हालांकि फैसला आते ही उन्‍होंने ट्विटर के जरिए कहा, 'गुरमीत राम रहीम को कोर्ट ने दोषी पाया. इस फ़ैसले से आम इंसान का न्याय-व्यवस्था में भरोसा मजबूत होगा. संदेश जाएगा कि कानून से बड़ा कोई नहीं.'
 


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योगेंद्र यादव के इस फेसबुक पोस्‍ट को 3000 से ज्‍यादा लोग शेयर कर चुके हैं. अपने फेसबुक पोस्‍ट में योगेंद्र यादव ने लिखा, 'उन्होंने मुझे पहली बार एक साध्वी द्वारा बाबा के खिलाफ यौन शोषण के आरोप के बारे में बताया. डेरे के अंदर की बहुत ऐसी बातें बतायीं जो मैं यहाँ लिख नहीं सकता. यह सुनकर मैंने कहा 'अगर ये धर्म है तो अधर्म क्या है?' उन्‍होंने छत्रपति से हुई अपनी बात का जिक्र करते हुए लिखा, ' सब चुप हैं लेकिन 'पूरा सच' में हमने साध्वी की चिठ्ठी छाप दी है. उससे बाबा बौखलाए हुए हैं. चिठ्ठी छपने के महीने के अंदर उसे लीक करने के शक में भाई रंजीत सिंह की हत्या कर दी गयी. सुनकर मैं सिहर गया.'
 
योगेंद्र यादव ने बताया कि कैसे उन्‍हें रामचंद्र छत्रपति की चिंता हुई और कुछ दिनों बाद ही उनकी 5 हमलावरों द्वारा गोलियां मार कर हत्‍या कर देने की खबर आई. उन्‍होंने इस मामले पर सरकार के रवैये और इस मामले पर हुई राजनीति के बारे में भी लिखा है. अपने पोस्‍ट के आखिर में उन्‍होंने लिखा था, 'आज पंचकुला में साध्वी के यौन शोषण वाले मामले का फैसला आना है. आरोप सही है या नहीं, प्रमाण पुख्ता हैं या नहीं, यह तो जज साहब ही बता पाएंगे. लेकिन इतना जरूर जान लें कि कटघरे में बाबा राम रहीम नहीं, बल्कि हमारी न्याय व्यवस्था है.

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