बिहार: सीतामढ़ी से JDU उम्मीदवार ने नामांकन से पहले ही लौटाया टिकट, जानें क्या है वजह

रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था. वे इसलिए काफी परेशान थे. 

बिहार: सीतामढ़ी से JDU उम्मीदवार ने नामांकन से पहले ही लौटाया टिकट, जानें क्या है वजह

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फाइल तस्वीर)

खास बातें

  • सीतामढ़ी से जेडीयू ने उतारा नया उम्मीदवार
  • वरुण कुमार ने चुनाव लड़ने में जताई असमर्थता
  • बिहार के सीतामढ़ी में 6 मई को मतदान होना है
पटना:

बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले एनडीए (NDA) को बड़ा झटका लगा है. सीतामढ़ी से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवार डॉक्टर वरुण कुमार ने अपना टिकट लौटा दिया. वरुण ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मिलकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था. वे इसलिए काफी परेशान थे. इसलिए उन्होंने नामांकन से पहले ही टिकट लौटा दिया. बता दें, सीतामढ़ी में 6 मई को मतदान हैं. बता दें, बिहार में नीतीश कुमार की जदयू, भाजपा और रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. भाजपा और जदयू 17-17 और लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 

पीएम मोदी ने मंगलवार को बिहार के गया और जमुई में दो रैलियों को संबोधित किया था. इन दोनों पर जगहों पर पीएम मोदी ने अपने सहयोगी दलों के लिए वोट मांगे हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी शिविरों के खिलाफ सेना के अभियान के सबूत मांगने को लेकर मंगलवार को विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लिया और कहा कि वे भारत की राजनीतिक पार्टियों से कहीं ज्यादा पाकिस्तान के प्रवक्ता के तौर पर नजर आती हैं. लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद बिहार में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि मतदाताओं को फैसला कर लेना चाहिए कि क्या वे पाकिस्तान के उन मददगारों को सत्ता सौंपना चाहते हैं, जिन्होंने सबूत मांगकर सशस्त्र बलों के मनोबल को गिराया है? प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘तुष्टिकरण की राजनीति'' के लिए कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर हमला बोला और दावा किया कि उसने जांच को ‘‘भटकाने'' के लिए ‘‘हिंदू आतंकवाद'' शब्द इजाद किया.

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बिहार में 40 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा,
18 अप्रैल: बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर
23 अप्रैल: खगड़िया, झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा,
29 अप्रैल: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर
6 मई: मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर, सीतामढ़ी,
12 मई: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मीकिनगर
19 मई: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद
लोकसभा चुनाव के परिणाम का दिन: 23 मई 2019

1.5 करोड़ मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इस बार कुल सात चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. पहला चरण 11 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. इस बार भी ऐसे मतदाताओं की संख्‍या बड़ी है जो पहली बार वोट डालेंगे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करनेवालों की संख्या लगभग 90 करोड़ होगी. उन्होंने आगामी चुनाव को लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताया. उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 10 लाख मतदान केंद्र होंगे, जो 2014 के आम चुनाव में रहे नौ लाख से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.50 करोड़ मतदाता 18-19 साल उम्र के होंगे. उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए एक बहुत ही व्यापक तैयारी की है.

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