नई दिल्ली: वर्तमान समय में जहां पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) का विरोध किया जा रहा है, वहीं बीजेपी (BJP) ने इस पर अपने पक्ष को मजबूती से रखने के लिए मशहूर निर्देशक ऋत्विक घटक (Ritwik ghatak) की फिल्मों का रूख किया है. घटक ने सत्यजीत रे और मृणाल सेन के साथ मिलकर भारत में फिल्मों के एक नए मार्ग को प्रशस्त किया. सन 1947 में विभाजन के बाद मजबूरन भारत आए लोगों की व्यथा का चित्रण उन्होंने अपनी फिल्म में बेहद ही खूबसूरती के साथ के किया है. विभाजन पर आधारित घटक की तीन असाधारण फिल्मों 'मेघे ढाका तारा' (द क्लाउड कैप्ड स्टार), 'सुवर्णरेखा' और 'कोमल गांधार' (ए सॉफ्ट नोट ऑन ए शॉर्प स्केल) को दशकों से वर्ल्ड सिनेमा का एक उत्कृष्ट नमूना माना जाता रहा है.