प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के गोल्डन जुबली समारोह को संबोधित करते हुए पिछली सरकार द्वारा तीन साल के कार्यकाल में आर्थिक क्षेत्र में किए गए कामों की तुलना अपनी सरकार से करते हुए सरकार की उपलब्धियों को लोगों के सामने रखा.
उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षा और ईमानदारी का माहौल मिला है. इसलिए लोग अपने पिछले कामों को छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं. लेकिन जो लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं, ऐसे में कुछ कारोबारियों के मन में शंका रहती है कि कहीं पुराने रिकॉर्ड तो नहीं खंगाले जाएंगे. उन्होंने कहा कि वे विश्वास दिलाते हैं कि पिछली सरकारों में ऐसा होता रहा होगा, लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं होगा. बदलती हुई देश की इस अर्थव्यवस्था में अब ईमानदारी को प्रीमियम मिलेगा, ईमानदारों के हितों की सुरक्षा की जाएगी.
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जीएसटी में आ रही कठनाइयों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी काउंसिल को कहा गया है कि तीन महीने के अनुभव के आधार पर जीएसटी की समीक्षा की जाए. जो भी रुकावटें और तकनीकी दिक्कतें हैं उनमें सुधार किया जाएगा.
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वर्तमान आर्थिक नीति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब आदमी अपनी पहली गाड़ी खरीदता है तो कोई मजबूरी में नहीं खरीदता. गाड़ी खरीदने से पहले घर के सभी खर्चों का आकलन किया जाता है. शिक्षा, बीमारी आदि के खर्चों का ध्यान रखा जाता है तब जाकर आदमी गाड़ी खरीदता है.
उन्होंने कहा कि जून के बाद पैसेंजर कारों में 12 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. कॉमर्शियल गाड़ियों की खरीद में 23 फीसदी, हवाई यात्रियों की संख्या में पिछले दो माह में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है. टेलीफोन उपभोक्ताओं में 14 फीसदी की वृद्धी हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रेक्टरों की बिक्री में 34 फीसदी से ज्यादा बिक्री हुई है. ऐसा तभी होता है जब लोगों का देश की अर्थव्यवस्था में विश्वास बढ़ा हो, देश तरक्की कर रहा हो.