आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस : अपने सैनिकों को पहचानने वाले ड्रोन मधुमक्खियों की तरह दुश्मन पर टूट पड़ेंगे!

भारतीय सेना के कामकाज में अगले तीन साल में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन इस्तेमाल देखने को मिलेगा

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस : अपने सैनिकों को पहचानने वाले ड्रोन मधुमक्खियों की तरह दुश्मन पर टूट पड़ेंगे!

सेमिनार में लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर.

खास बातें

  • आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का रचनात्मक, रक्षात्मक और विध्वंसक इस्तेमाल
  • हिसार मिलिट्री स्टेशन में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार आयोजित
  • दक्षिण-पश्चिम कमान के लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर ने दी जानकारी
नई दिल्ली:

मुमकिन है कि आने वाले दिनों में जब युद्ध हों, तो कुछ इस तरह की मधुमक्खियों की तरह ड्रोन दुश्मन पर टूट पड़ें जिनको यह पता हो कि जमीन पर कौन सा सैनिक अपना है और कौन सा दुश्मन का. निशाना सटीक और नियंत्रित हो और युद्ध की तस्वीर बदल जाए. आने वाले दिनों में सेना भविष्य में होने वाली लड़ाइयों में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करेगी. खुद को तेजी से आधुनिक बनाने में जुटी सेना के कामकाज में अगले तीन साल में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन इस्तेमाल देखने को मिलेगा. दक्षिण-पश्चिम कमान के लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर ने कहा है कि सेना आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का रचनात्मक, रक्षात्मक और विध्वंसक इस्तेमाल शुरू करेगी.

सेना की दक्षिण-पश्चिम कमान के कमांडर आलोक क्लेर ने कहा है कि निकट भविष्य में सेना में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का रचनात्मक, रक्षात्मक और विध्वंसक इस्तेमाल शुरू होगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाली लड़ाइयों में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा. इसकी शुरुआत रचनात्मक इस्तेमाल से होगी और इसके बाद इसका विध्वंसक प्रयोग भी किया जाएगा. क्लेर ने कहा कि अगले तीन से चार साल में सेना में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा. इस प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है.

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हिसार मिलिट्री स्टेशन में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर आयोजित सेमिनार में क्लेर ने कहा कि मैकेनाइज़्ड फोर्सेज में इसका प्रयोग सबसे पहले होगा. सेमिनार में आए डोमेन विशेषज्ञों ने कहा कि अगले तीन-चार साल में सेना के हर जवान के पास ऐसे उपकरण होंगे जिनमें आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का समेकन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे सेना में निर्णय लेने की क्षमता की रफ़्तार तेज़ होगी.

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आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता उच्च स्तरीय तकनीक से जुड़ा ऐसा विज्ञान है जिसके तहत इंसानी व्यवहार की नकल करने की कोशिश की जाती है. मनुष्यों में सोचने, समझने और सीखने की क्षमता होती है. आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का अर्थ ऐसे सिस्टम का विकास करना है जिसमें आर्टिफीशियल तरीके से सोचने, समझने और सीखने की क्षमता पाई जाए. उसका व्यवहार और रिएक्शन मानव से बेहतर हो.