प्रियंका गांधी आईं एक्शन मोड में, 60 साल बाद गुजरात में CWC मीटिंग, करेंगी पहली जनसभा

कांग्रेस में महासचिव पद संभालने के बाद से लगातार प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) एक्शन मोड में हैं. यूपी में रोड शो और फिर मैराथन मीटिंग के जरिए जमीनी कार्यकर्ताओं से रूबरू होने के बाद वह अब जनसभा करने जा रहीं हैं.

प्रियंका गांधी आईं एक्शन मोड में, 60 साल बाद गुजरात में CWC मीटिंग, करेंगी पहली जनसभा

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गुजरात में करेंगी पहली जनसभा.

खास बातें

  • कांग्रेस महासचिव बनने के बाद से एक्शन मोड में हैं प्रियंका गांधी
  • गुजरात में 60 साल बाद होने जा रही CWC मीटिंग
  • भाई राहुल गांधी के साथ करेंगी गुजरात में पहली जनसभा
नई दिल्ली:

कांग्रेस(Congress) में महासचिव पद संभालने के बाद प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) एक्शन मोड में हैं. यूपी में रोड शो और फिर मैराथन मीटिंग के जरिए जमीनी कार्यकर्ताओं से रूबरू होने के बाद वह अब जनसभा करने जा रहीं हैं. उनकी पहली जनसभा गुजरात में  भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) के साथ 28 फरवरी को होगी. माना जा रहा है कि जनसभा में उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह होंगे. क्योंकि मोदी और शाह का गुजरात गृहराज्य है.अडालज के त्रिमंदिर मैदान में यह महारैली कांग्रेस की सर्वोच्च कार्यकारी इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की 28 फरवरी को अहमदाबाद में बैठक के बाद होगी. सीडब्ल्यूसी की 51वीं महारैली आगामी आम चुनावों से ठीक पहले प्रस्तावित की गई है. इसमें पार्टी की लोकसभा चुनावों में रणनीतियों और तैयारियों पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा.

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60 साल बाद गुजरात में बैठक
सीडब्ल्यूसी बैठक गुजरात में 60 सालों के बाद हो रही है और कांग्रेस का संपूर्ण नेतृत्व जिसमें राहुल गांधी, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के संसदीय दल के नेता मल्किार्जुन खड़गे, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और प्रियंका गांधी के साथ कई अन्य वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनावों के लिए मुद्दों और तैयारियों पर चर्चा करेंगे. रैली को प्रियंका और राहुल के अतिरिक्त सोनिया गांधी भी संबोधित करेंगी. सोनिया ने इससे पहले पिछले साल नवंबर में तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के दौरान जनसभा संबोधित की थी.

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अडालज रैली से पहले राहुल गांधी ने 14 फरवरी को वलसाड जिले के आदिवासी लाल डूंगरी गांव में जनसभा की थी. इसी गांव में उनकी दादी इंदिरा गांधी ने 1980 में, उनके पिता राजीव गांधी ने 1984 में और उनकी मां सोनिया गांधी ने 2004 में चुनाव अभियान की शुरुआत कर सत्ता हासिल की थी.गुजरात में कांग्रेस विधायक और पार्टी प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि अडालज जनसभा हालिया समय की सबसे विशाल जनसभा होगी.

गोहिल ने आईएएनएस से कहा, "गुजरात के इतिहास की सबसे विशाल रैली के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. गुजरात में जहां एक तरफ मोदी और भाजपा के खिलाफ नाराजगी स्पष्ट दिख रही है, वहीं जनता और कांग्रेस पार्टी कैडरों का उत्साह सातवें आसमान पर है."उन्होंने कहा, "पहली बार गुजरात की जनता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को एक मंच पर देखेगी."

पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव के पद पर नियुक्त होने के बाद प्रियंका ने अपने भाई राहुल और  महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लखनऊ में 11 फरवरी को रोड शो किया था.अहमदाबाद से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित अडालज रूदाबाई नामक सीढ़ीदार कुएं के लिए प्रसिद्ध है जो 1498 में वाघेला राजवंश के राणा वीर सिंह की याद में बनाया गया था. त्रिमंदिर जैन, शैव और वैष्णव के साथ-साथ अन्य धर्मो के देवी-देवताओं की मूर्तियों का घर हैं. 

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