क्या सही समय पर लागू किया गया लॉकडाउन? केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिया यह जवाब...

ये बात सही है की लॉकडाउन की अपनी मर्यादा है कि इसे कितने समय तक रखना है. क्या आज हम यह नहीं देख रहे हैं कितने मामले बढ़ रहे हैं...

खास बातें

  • कोरोना का संकट प्राकृतिक आपदा के रूप में पूरे विश्व पर आया है
  • सभी राज्यों के सीएम के साथ बैठक करके लॉकडाउन किया गया है
  • बिना मतलब चर्चा करना देश के हित में नहीं है. हमें लोगों की जान बचानी है
नई दिल्ली:

कोरोनावायरस लॉकडाउन के चलते देश की आर्थिक गति पर लगे ब्रेक को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार पर निशाना साधने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में जवाब दिया. लॉकडाउन के चलते देश में बंद हुए काम धंधे से बढ़ती बेरोजगारी और पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला करने करने पर केंद्रीय लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग (MSME) मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'लॉकडाउन लागू करने का फैसला प्रधानमंत्री ने अकेले नहीं लिया है. इसके लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं के साथ पहले चर्चा की गई थी. उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिशों में लगी है. हम लगातार निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं.' 

लॉकडाउन के चलते कई कंपनियों के बंद होने की खबरों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमें यह स्वीकर करना होगा कि यह कोरोना का संकट प्राकृतिक आपदा के रूप में हमारे ऊपर आया है. यह पूरे विश्व पर आया है. सब इसका मुकाबला कर रहे हैं. हमें इस संकट में सकारात्मकता के साथ आगे जाना होगा. हमने उत्पाद और सेवा क्षेत्र मिला दिए हैं. हमें संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा. हम अपना एक्सपोर्ट बढ़ाएंगे जिससे हमारे देश में इनवेस्टमेंट आएगी और हमें इससे काफी मदद मिलेगी.'

लॉकडाउन क्या फेल हुआ?
विपक्ष द्वारा लॉकडाउन फेल होने की बात कहने पर नितिन गडकरी ने कहा, 'ये बात सही है की लॉकडाउन की अपनी मर्यादा है कि इसे कितने समय तक रखना है. क्या आज हम यह नहीं देख रहे हैं कितने मामले बढ़ रहे हैं. इसलिए किसी भी तरह से ऐसे मुद्दे नहीं उठाने चाहिए. अब हमें इसके साथ ही जीना होगा.'

संकट के समय में राजनीति नहीं होनी चाहिए
लॉकडाउन क्या सही समय पर हुआ इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, 'यह फैसला अकेले नहीं लिया गया है. सभी राज्यों के सीएम के साथ बैठक करके लॉकडाउन किया गया है. इस प्रकार की परिस्थिति पर बिना मतलब चर्चा करना देश के हित में नहीं है. हमें लोगों की जान बचानी है, लोगों को कोरोना नहीं हो इसके लिए काम करना चाहिए. मैं कहूंगा कि इस विषय पर हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए. पहले हमें इस संकट का सामना करना चाहिए. इसके बाद जिसे जो कहना है वो स्वतंत्र है.'

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कोरोनावायरस संकट के बीच अर्थव्यवस्था को उठाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में उन्होंने कहा 'सरकार प्रोत्साहन के लिए निवेश कर रही है, हम तरह तरह से कंपनियों को प्रोत्साहन दे रही है. आज पीपीई किट और सैनिटाइजर निर्यात हो रहे हैं. हमने निवेश की राशि को 10 करोड़ से 50 करोड़ किया है.'