महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे क्या सरकार में सहयोगी दल कांग्रेस की मांगें मानकर सनातन संस्था पर पाबंदी लगाएंगे?
खास बातें
- मालेगांव धमाके से लेकर जज लोया की मौत तक के मुद्दे
- विवादास्पद सनातन संस्था पर आतंकी धमाकों के आरोप
- दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या के आरोप
मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होते ही बोतल में बंद पड़े मुद्दों को फिर से बाहर निकालने की मांग उठने लगी है. कांग्रेस नेता और सांसद हुसैन दलवई ने सनातन संस्था पर पाबंदी के साथ जज लोया की संदिग्ध मौत की जांच फिर से कराने की मांग की है. सवाल यह है कि क्या उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सनातन संस्था पर पाबंदी की मांग मंजूर करेंगे? या जस्टिस लोया की संदिग्ध मौत की फिर से जांच कराएंगे? सनातन संस्था पर आतंकी धमाकों के अलावा डॉ नरेंद्र दाभोलकर, कॉमरेड गोविंद पानसरे, लेखक एम कलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के आरोप हैं.