पीएम मोदी बोले- हर भारतीय को है तमिलनाडु के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पर गर्व
गौरतलब है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विंग कमांडर अभिनंदन से बीते शनिवार दोपहर मुलाकात की थी. इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा था कि समूचे राष्ट्र को उनके साहस एवं दृढ़ता पर गर्व है. रक्षा मंत्री के साथस दौरान वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे. सूत्रों के अनुसार भारतीय वायुसेना के एक मेडिकल संस्थान में हुई मुलाकात के दौरान अभिनंदन ने पाकिस्तान की गिरफ्त में करीब 60 घंटे रहने के बारे में रक्षा मंत्री को विस्तार से जानकारी दी. ध्यान हो कि अभिनंदन शुक्रवार देर शाम अटारी - वाघा सीमा होते हुए भारत पहुंचे और इसके करीब ढाई घंटे बाद रात करीब पौने 12 बजे वह वायुसेना के एक विमान से नयी दिल्ली पहुंचे. उनके भारतीय सीमा में प्रवेश करने पर यह पाया गया कि उनकी दायीं आंख के पास सूजन है.
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एयर फोर्स सेंट्रल मेडिकल एस्टैबलिशमेंट (एएफसीएमई) में अभी उनकी मेडिकल जांच चल रही है. बता दें कि उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने 27 फरवरी को पकड़ लिया था. दरअसल, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के साथ हुई एक झड़प के दौरान उनका मिग 21 गिर गया था. लेकिन उन्होंने अपने विमान के गिरने से पहले पाकिस्तानी वायुसेना के एफ - 16 को मार गिराया था. वतन वापसी के बाद अभिनंदन की मेडिकल जांच के बाद उन्हें अब वायु सेना के हॉस्टल में शिफ्ट करा दिया गया है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं पाया है कि अभिनंदन की मेडिकल रिपोर्ट में क्या निकल कर आया है.
विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की मेडिकल जांच हुई पूरी, वायु सेना के हॉस्टल में किया गया शिफ्ट
दरअसल, शुक्रवार को पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपने वाला था. इसके लिए भारत की ओर से पूरी तैयारियां की जा चुकी थीं. वायुसेना के अधिकारी, भारतीय दूतावास के अधिकारी और सरकार के प्रतिनिधि सभी समय पर तैयार थे, मगर पाकिस्तान की चालबाजियों ने दोपहर से रात कर दिया. पहले पाकिस्तान की ओर से ही बताया गया था कि अभिनंदन को वह करीब दोपहर में 3 से चार बजे के बीच में रिहा कर देगा, मगर उसने बार-बार देरी की. इसके पीछे कई वजहें बताईं जा रही हैं. मसलन, वह इस घटना को लाइम लाइट में लाना चाहता था. वह चाहता था कि पूरी दुनिया की नजर इस खबर पर हो.
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क्या देरी पाकिस्तान की कोई चाल थी?
शुक्रवार शाम के तीन बजे के आस-पास अभिनंदन को पाकिस्तान ने रावलपिंडी से लाहौर पहुंचा दिया गया था. मगर लाहौर से वाघा बॉर्डर लाने में उसने इतनी देर लगा दी, जिससे उसके नापाक इरादे भी सबसे सामने जाहिर हो गए. सूत्रों की मानें तो अभिनंदन को लाहौर में स्थित किसी सेना के छावनी में रोक कर रखा गया था और पाकिस्तान ने अभिनंदन का जबरन एक वीडियो बनवाया.
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यह बात भी सही है कि पाकिस्तान और भारत के बीच दस्तावेज की प्रक्रिया में भी कुछ समय की देरी हुई थी, मगर यह देरी इतनी भी नहीं थी कि अभिनंदन की वापसी में दोपहर से रात हो जाए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय पायलट अभिनंदन को भारत को सौंपे जाने में देरी इसलिए हुई क्योंकि, उनसे पाकिस्तानी अधिकारियों ने कैमरे पर बयान दर्ज करने को कहा. इसके बाद ही उन्हें सीमा पार करके स्वदेश जाने दिया गया. इसके अलावा दस्तावेजों से संबंधित मुद्दे भी देरी की वजह बनी. सूत्रों ने बताया था कि पाकिस्तान ने उनकी रिहाई का समय दो बार टाल दिया.
VIDEO: विंग कमांडर अभिनंदन से मिली रक्षा मंत्री.