त्योहार को यादगार तरीके से मनाने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों में अक्सर लोग गरबा, डांडिया और सिंदूर खेला में भाग लेते हैं. इस दौरान सभी शहरों में देवी दुर्गा के पंडाल सजे होते हैं, जहां देवी दुर्गा की मूर्तियों को देखने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए लोग जाते हैं. लेकिन इसके लोग देश भर में मौजूद कई दुर्गा मंदिरों में माता के दर्शन करने के लिए भी जाते हैं. हमारे देश में वैसे तो बहुत से दुर्गा मंदिर हैं, लेकिन उनमें से कुछ मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं. आइए आपको बताते हैं, कि हमारे देश में वे कौन से प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर हैं, जहां नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है.
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1. वैष्णो देवी, जम्मू-कश्मीर
वैष्णो देवी भारत में सबसे प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है. जम्मू और कश्मीर में स्थित यह मिंदिर माँ वैष्णो को समर्पित है. देवी लक्ष्मी विभिन्न रूपों में से एक है. यह मंदिर समुद्र तल से 5200 फीट ऊपर है और जम्मू और कश्मीर में त्रिकूट पर्वत में स्थित है. वैसे तो पूरे सालभर यहां पर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन नवरात्रों के दौरान यहां भक्तों की भीड़ उमड़ा पड़ती है.
2. नैना देवी मंदिर, बिलासपुर
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में स्थित है, जो तीन महत्वपूर्ण हिंदू देवी-देवताओं, भगवान गणेश, महा काली और देवी सती को समर्पित है. यह दुनियाभर के शक्तिपीठों में से एक है और काफी लोकप्रिय है. भक्तों का मानना है कि यह वही स्थान है जहां देवी सती के नेत्र गिरे थे. दुनिया भर के हिंदू, अक्सर खासकर नवरात्रि के दौरान इस स्थान पर दर्शन के लिए जाते हैं. यहां गोबिंद सागर झील का मनोरम बेहद और शांत और सुंदर है.
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3. कामाख्या मंदिर, असम
कामाख्या मंदिर को भारत में किसी पहचान की जरूरत नहीं है. यह अब तक के सबसे प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों में से एक है. एक शक्तिपीठ होने के नाते यह वह स्थान है जहाँ भगवान विष्णु द्वारा अपने सुदर्शन चक्र का उपयोग कर देवी सती के शव को 51 भागों में काटे जाने के बाद उनके गुप्तांग गिरे थे. यह स्थान गुवाहाटी, असम में नीलाचल पर्वत पर स्थित है. नवरात्रि के दौरान, हजारों भक्त इस मंदिर में जाते हैं और देवी का आशीर्वाद लेते हैं.
4. कनक दुर्गा मंदिर, विजयवाड़ा
यह देश में एक और प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर है और माना जाता है कि यह एक स्वनिर्मित मंदिर है. इस वजह से इस मंदिर को स्वयंभू (स्वयं प्रकट) के रूप में भी जाना जाता है. यह आंध्र प्रदेश के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है और साल भर में हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है. हालांकि, नवरात्रि के दौरान, यहां हजारों तीर्थयात्री मां के दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर के अंदर आभूषणों और ताजे फूलों से सजी देवी की 4 फीट ऊंची प्रतिमा मिलेगी. नवरात्रि के दौरान मंदिर में विशेष पूजा की जाती है और देवी के भक्तों के बीच प्रसाद वितरित किया जाता है.
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5. चामुंडेश्वरी मंदिर, मैसूर
अगर आप इस नवरात्रि के दौरान यात्रा करने के लिए प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों की लिस्ट बना रहे हैं, तो आप अपनी लिस्ट में चामुंडेश्वरी मंदिर को भी शामिल कर सकते हैं. यह मंदिर देवी चामुंडा को समर्पित है, जो देवी दुर्गा के रूपों में से एक हैं, जिन्हें महा काली, भद्रकाली और चंडी के रूप में भी जाना जाता है.
6. दक्षिणेश्वर मंदिर, कोलकाता
दक्षिणेश्वर मंदिर देश का एक और प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर है और यह देवी काली को समर्पित है. मंदिर काफी सुंदर है और इसका निर्माण अपने समय की परोपकारी रानी रश्मोनी के आदेशों द्वारा किया गया था. 19 वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर हुगली नदी के तट पर स्थित है. यह मंदिर भारत में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक है.
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7. करणी माता, बीकानेर
यह राजस्थान के बीकानेर में देशकोंक में स्थित एक भव्य मंदिर है. यह मंदिर मुख्य शहर से 30 किमी दूर स्थित है और दुनिया भर के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है. मंदिर 15 वीं शताब्दी के दौरान बनाई गई एक संगमरमर की संरचना है. जैसा कि नाम से पता चलता है मंदिर देवी करणी को समर्पित है, जो देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों में से एक है. इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर के परिसर में प्रतिदिन 2,00,000 चूहों को भोजन कराया जाता है और उनकी पूजा की जाती है. लोग इन चूहों को काफी शुभ और भाग्यशाली मानते हैं.
8. त्रिपुर सुंदरी, उदयपुर
उदयपुर में त्रिपुर सुंदरी मंदिर वह स्थान है जब भगवान विष्णु ने देवी सती के शरीर को 51 टुकड़ों में काट दिया था और जहाँ भगवान शिव ने देवी सती के मृत शरीर के साथ तांडव किया था, यहां पर देवी सती का दाहिना पैर गिरा था. मंदिर मुख्य शहर से 60 किमी दूर स्थित है और इस स्थान पर आने वाले लोगों के प्रमुख आकर्षणों में से एक है. मंदिर का निर्माण वर्ष 1501 में उदयपुर के महाराजा ने करवाया था.
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