विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Apr 11, 2019

कन्हैया कुमार का PM मोदी पर तंज, 'कुश्ती लड़े नहीं और वॉकओवर लेकर घूम रहे हैं, जानिये क्या हैं इसके मायने...'

कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने कहा कि मेरा अपना अनुमान है कि अगर मैं चुनाव जीतकर संसद जाउंगा तो शायद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वहां नहीं होंगे.

Read Time: 9 mins

रवीश कुमार का रोड शो में बिहार के बेगूसराय सीट से सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार.

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तैयारी जोरों पर है. बिहार के बेगूसराय सीट से कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) का मुकाबला (Begusarai LS Seat) बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) और राजद के तनवीर हसन (Tanveer Hasan) से है. कन्हैया सीपीआई (CPI) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. NDTV के रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने कन्हैया कुमार के साथ रोड शो किया. इस दौरान रवीश कुमार ने कन्हैया कुमार के साथ कई मुद्दों पर बात की. कन्हैया कुमार से जब उन्होंने पूछा कि आपकी लड़ाई किससे है? क्योंकि गिरिराज सिंह और तनवीर हसन दोनों आपको यूट्यूब का लोकप्रिय नेता बताते हैं, जो कहीं दिल्ली से आया है और यूट्यूब में रहकर हवा में उड़ रहे हैं. 

यह भी पढ़ें: स्वरा भास्कर ने बेगूसराय में प्रचार के दौरान कन्हैया कुमार को दिया नया नाम, देखें VIDEO

'मैं संसद पहुंचूंगा तो मोदी जी वहां नहीं होंगे'
कन्हैया कुमार ने कहा कि मेरा अपना अनुमान है कि अगर मैं चुनाव जीतकर संसद जाउंगा तो शायद नरेंद्र मोदी वहां नहीं होंगे, क्योंकि मैं उसी स्थिति में चुनाव जीतूंगा जब भाजपा विरोधी माहौल पूरे देश में बनेगा. अब कुछ लोगों ने बेगूसराय में बोलना शुरू किया है कि देश में क्या होगा नहीं जानते, लेकिन बेगूसराय में तो आपको जिताएंगे.

रवीश कुमार ने पूछा कि अगर मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं और कन्हैया संसद पहुंच जाते हैं तब क्या होगा? इस पर कन्हैया ने कहा कि यह मंजर तो शानदार होगा. कन्हैया कुमार ने कहा कि कुर्ता खींचकर मोदी जी... इस तरीके से सवाल पूछने का हमारा जो एक सपना है, वह पूरा हो जाएगा. कन्हैया ने कहा कि जब मैं जेल से बाहर आया था, तब इच्छा हुआ कि टीवी में घुस जाएं और उनका कुर्ता खींचकर पूछें कि मोदी जी थोड़ी हिटलर की बात कर लीजिए.

यह भी पढ़ें: कन्हैया कुमार ने नामांकन पत्र में खुद को बताया 'बेरोजगार', पिछले दो साल में किताबों और भाषणों से कमाए 8.58 लाख रुपये

मोदी जी से मुकाबला करने को तैयार
कन्हैया कुमार ने कहा कि संसद के बाहर भी मैं मोदी जी से मुकाबला करने को तैयार हूं. देश के नौजवानों की तरफ से मैं सवाल पूछता हूं और देश के प्रधानमंत्री के नाते उन्होंने जो देश के लिए किया है उनका वह जवाब दें. कन्हैया ने कहा कि कुश्ती लड़े नहीं और वॉकओवर लेकर घूम रहे हैं. एक बार सामने से आइये तो...नजर मिलाइये तो...सवालों का जवाब दीजिए तो. कन्हैया कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी को सामने से उस तरह का नेता मिला नहीं, क्योंकि जब सामने से काउंटर मिलता है तो हिटलर जैसा नेता खुद को गोली मार लेता है. कन्हैया कुमार ने कहा कि हमारी लड़ाई इस देश में संवैधानिक मूल्यों को स्थापित करने को लेकर है. इसलिए मैं चुनाव मैदान में हूं. 

यह भी पढ़ें: कन्हैया कुमार ने नामांकन के बाद पीएम पर साधा निशाना, कहा - बेगूसराय से हूं इसलिए मोदी से नहीं डरता

कन्हैया की लड़ाई किससे?
कन्हैया कुमार ने कहा कि कहने को तो लोग मुझे 'देशद्रोही' भी कहते हैं. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह मुझे विकृत मानसिकता वाला व्यक्ति कह रहे हैं और तनवीर हसन जी मुझे बीजेपी की 'बी' टीम कह रहे हैं. कहने के लिए तो लोग कुछ भी कहते हैं. मेरी लड़ाई दो व्यक्तियों से नहीं है. मेरी लड़ाई एक सोच एक विचार से है. जिसके चेहरे के रूप में गिरिराज सिंह मेरे सामने हैं. कन्हैया कुमार ने कहा कि तनवीर हसन मेरे प्रति सहानुभूति रखते थे, लेकिन चुनाव के कारण वह बयानबाजी कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: कन्हैया कुमार की खातिर इस बॉलीवुड एक्ट्रेस ने दी ये कुर्बानी, बेगूसराय में अब होगा कुछ ऐसा

महागठबंधन के मुद्दे पर कन्हैया की राय
कन्हैया कुमार से जब रवीश कुमार ने यह पूछा कि महागठबंधन का समर्थन नहीं मिलने से आपको नुकसान होगा? कन्हैया कुमार ने कहा कि जिस तरीके से संघर्षों में एक एकता बनी थी. एक गठबंधन अपने आप तैयार हुआ था.. चुनावों में भी अगर यह एकता बनती तो परिणाम बहुत अच्छा होता. किसी एक दो सीट पे माहौल से या किसी उम्मीदवार की अपनी मेहनत से, या पार्टी के बेस से कुछ सीट निकल जाए, ये बात ठीक है लेकिन ओवरऑल महागठबंधन नहीं होने से भाजपा को फायदा हुआ है और जो सेक्यूलर डमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव लेफ्ट फोर्सेस है उसे नुकसान हुआ है. यह बात सिर्फ बेगूसराय की नहीं है. ज्यादातर देश के राज्यों में यही हाल हुआ है.

VIDEO: बेगूसराय सीट से पर्चा भरने निकले कन्हैया, लाल झंडे और लाल सलाम के नारों संग सड़कों पर दिखा लोगों का हुजूम

सांसद बनने के बाद पहला काम क्या करेंगे?
कन्हैया कुमार ने कहा कि कई लोगों ने मुझसे पूछा कि सांसद बनने के बाद आप पहला काम क्या करेंगे. कन्हैया कुमार ने कहा कि इस देश में संसदीय परंपरा की पुनर्स्थापना करेंगे. संसदीय परंपरा का मतलब विपक्ष का सम्मान करना होता है. विपक्षी व्यक्तियों को भी हाथ जोड़कर नमस्कार करेंगे. 

VIDEO: गिरिराज सिंह और तनवीर हसन के खिलाफ कन्हैया ने भरा पर्चा, रोड शो में देखें कैसा था नजारा

शादी के मुद्दे पर क्या कहा कन्हैया ने?
रवीश कुमार ने कन्हैया कुमार से जब उनकी शादी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी इसमें समय लगेगा. रवीश कुमार ने पूछा कि क्या चुनाव के बाद कन्हैया कुमार शादी करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि 'परेशानी का साथी ढूंढने' में समय लगेगा. कन्हैया ने कहा कि मां पहले से ही परेशान है. कन्हैया कुमार से जब रवीश कुमार ने पूछा कि जब आप जेएनयू में पीएचडी करने गए तब गांव के लोगों का इस पर क्या रिएक्शन था. कन्हैया कुमार ने कहा कि जेएनयू के बारे में गांव के लोगों को पता ही नहीं था. लोग पूछते थे क्या करते हो? कब तक पढ़ोगे, अब कमाना चाहिए. कन्हैया की मां ने बताया कि लोग कहते थे कि आप लोग कन्हैया को कमाने के लिए क्यों नहीं बोलते? 

यह भी पढ़ें: क्या चुनाव के बाद शादी करेंगे कन्हैया कुमार, जानिये क्या मिला जवाब?

स्कूल के दिनों में पोलियो ड्रॉप पिलाते थे कन्हैया
कन्हैया कुमार ने इस दौरान बताया कि चूंकि घर की माली हालत ठीक नहीं थी तो उन्‍हें पढ़ाई के साथ-साथ कुछ काम भी करना पड़ता था. जब वह स्कूल में थे तो घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाते थे. तब 50 रुपया मिलता था. उन्होंने कहा कि जब मैं दिल्ली गया तो MR (Medical Representative) की नौकरी भी की. उसके बाद मैंने यूपीएससी की तैयारी भी की. लेकिन सरकार की एक पॉलिसी से जीवन में कितना बड़ा झटका लगता है, तब समझ आया. कन्हैया कुमार ने कहा कि सीसैट का मारा मैं भी हूं. कन्हैया ने कहा कि सीसैट ब्यूरोक्रेसी के डायवर्सिटी को पूर तरह से खत्म कर देगा. कन्हैया ने कहा कि मैं पूरी तरह से हिन्दी मीडियम का छात्र हूं. उन्होंने कहा कि जब मैं जेएनयू गया तो मुझे फेलोशिप मिल गई. फिर वहीं से घर वालों को भी पैसा भेजने लगा. मेरे बड़े भाई भी मुझे पैसों से सपोर्ट करते थे. वे चौकीदारी का काम करते थे.

पिताजी की खल रही कमी
कन्हैया कुमार ने कहा कि चुनाव लड़ने के दौरान मैं अपने पिताजी को मिस कर रहा हूं. कन्हैया ने कहा कि वह बहुत सोशल आदमी थे. अगर वह आज होते तो खुश होते. बहुत बड़ा सपोर्ट मिलता. हर तरह का अनुभव था उनके पास. कन्हैया ने बताया कि जब मैं नॉमिनेशन करके बाहर निकला तो एक फोटोकॉपी की दुकान वाले आदमी ने मुझे माला पहनाई. उन्होंने कहा कि तुम्हारे पिताजी तुम्हें हमेशा अपने साथ लेकर यहां आते थे. उनका हर तरह से लोगों से संपर्क था. अगर वह आज होते तो खुश होते. बहुत बड़ा सपोर्ट मिलता.

बिहार में 40 सीटें, 7 चरणों मतदान
11 अप्रैल: जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा,
18 अप्रैल: बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर
23 अप्रैल: खगड़िया, झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा,
29 अप्रैल: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर
6 मई: मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर, सीतामढ़ी,
12 मई: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मीकिनगर
19 मई: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
कन्हैया कुमार का PM मोदी पर तंज, 'कुश्ती लड़े नहीं और वॉकओवर लेकर घूम रहे हैं, जानिये क्या हैं इसके मायने...'
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Next Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;