आंध्र प्रदेश के वेंगालामपल्ली गांव के सरकारी स्कूल में एक स्पेशल स्टूडेंट पढ़ाई करने आती है. स्कूल के हेडमास्टर सयैद अब्दुल लतीफ खान का कहना है- '60 स्टूडेंट्स स्कूल के खराब इंफ्ररास्ट्रक्चर और टीचर्स की कमी के कारण नहीं आते हैं. यहां पर सिर्फ दो ही टीचर्स हैं.' लेकिन पिछले दो हफ्तों से एक महमान पढ़ने आ रही है. वो रोज क्लास अटैंड करती है, किताब देखकर पढ़ाई करती है और बच्चों के साथ खेलती है और उन्हीं के साथ लंच भी करती है. ये कोई दूसरी स्टूडेंट हीं बल्कि दो साल की मादा लंगूर है, जो स्कूल की स्टार बन चुकी है.